शिव को प्रिय सावन: 11 रहस्य जो बहुत कम लोग जानते हैं
Sawan Rahasya: सावन का महीना सिर्फ व्रत और पूजा-पाठ का नहीं, बल्कि एक गहरे आध्यात्मिक अनुभव का समय होता है। भगवान शिव को समर्पित यह मास तंत्र, ऊर्जा और रहस्यों से जुड़ा होता है। आइए जानते हैं सावन के 11 ऐसे रहस्य, जिनसे बहुत कम लोग परिचित हैं:
1. सावन में खुलते हैं शिव के तांत्रिक द्वार
सावन के सोमवार तंत्र-साधना के लिए सबसे शक्तिशाली माने जाते हैं। इस समय शिवजी को तांत्रिक रूप से प्रसन्न करना आसान होता है।
2. रुद्राभिषेक का हर घटक अलग ऊर्जा जगाता है
दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल से किया गया पंचामृत अभिषेक पंचतत्त्वों को संतुलित करता है।
3. बेलपत्र सिर्फ प्रतीक नहीं, ऊर्जा का वाहक है
बेलपत्र शिव की जटाओं में ठंडक और मन में स्थिरता लाता है।
4. सावन में जल चढ़ाना क्यों आवश्यक है?
सावन में सूर्य की उग्रता से शिवलिंग पर जल चढ़ाना पृथ्वी की ऊर्जा को संतुलित करता है।
5. नाग पंचमी और शिव का रहस्यमय संबंध
नाग शिव के गले में क्यों हैं? यह सर्प ऊर्जा (कुंडलिनी) के नियंत्रण का प्रतीक है।
6. सावन में सच्चा संकल्प शीघ्र फलदायी होता है
यह मास "मनः संकल्प सिद्धि" का काल माना गया है। जो संकल्प करें, शिव उसे मार्ग देते हैं।
7. शिव के त्रिनेत्र से सावन में ऊर्जा प्रवाह बढ़ता है
तीसरी आंख का ध्यान इस मास में विशेष लाभकारी होता है।
8. जलधारा शिवलिंग पर क्यों बनी रहती है?
निरंतर जलधारा 'शिव तत्व' को शांत और स्थिर रखने का प्रतीक है।
9. सावन में स्त्रियों के लिए व्रत का विशेष फल
कन्याएं इस समय व्रत करें तो योग्य वर की प्राप्ति होती है, विवाहित स्त्रियों के लिए सौभाग्य रक्षण का समय है।
10. चंद्रमा और शिव का संबंध
सावन पूर्णिमा को चंद्रमा चरम पर होता है, जो शिव के मस्तिष्क पर विराजमान है — यह ध्यान और मानसिक शांति का समय है।
11. सावन में शिव मंत्रों की शक्ति कई गुना बढ़ जाती है
ॐ नमः शिवाय, महामृत्युंजय मंत्र आदि इस मास में कई गुना अधिक फल देते हैं।
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