Planets, Constellations and Plantations - Relation with Astrology
Planets Constellations and Plantations

Planets, Constellations and Plantations: ग्रहों, नक्षत्रों और वृक्षारोपण का ज्योतिषीय और आध्यात्मिक संबंध

Planets, Constellations and Plantations ग्रह, नक्षत्र और वृक्षारोपण: प्रकृति और ज्योतिष का अद्भुत समन्वय

गुरु माँ निधि जी श्रीमाली के अनुसार भारतीय संस्कृति में ग्रहों (planets), नक्षत्रों (constellations) और वृक्षों (plantations) के बीच गहरा और रहस्यमय संबंध है। हमारी संस्कृति में प्रकृति को न केवल पूजनीय माना गया है, बल्कि इसे आध्यात्मिक उपचार का साधन भी माना गया है। वृक्षारोपण सिर्फ पर्यावरण की रक्षा का माध्यम नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवन को सकारात्मक ऊर्जा से भरने वाला दिव्य उपाय भी है। 


🌌 ग्रहों (Planets) का प्रभाव और वृक्षों का समाधान Planets, Constellations and Plantations

ज्योतिष में नवग्रह हमारे जीवन के अलग-अलग पहलुओं को नियंत्रित करते हैं। जब कुंडली में कोई ग्रह अशुभ स्थिति में होता है, तो उससे संबंधित वृक्ष लगाने से उस ग्रह की शांति होती है।

  • सूर्य – शीशम, साल जैसे दृढ़ लकड़ी वाले वृक्ष

  • चंद्र – दूध या रस वाले वृक्ष जैसे कटहल, देवदार

  • मंगल – कांटेदार वृक्ष जैसे बबूल, नीम

  • बुध – बिना फल वाले वृक्ष

  • गुरु (बृहस्पति) – फलदार वृक्ष

  • शुक्र – फूल देने वाले वृक्ष

  • शनि – नीरस, बिना फल-फूल वाले वृक्ष

इन ग्रहों के अनुसार वृक्षारोपण करने से न केवल ग्रह दोष कम होते हैं, बल्कि यह हमारे आस-पास की ऊर्जा को भी संतुलित करता है। Planets, Constellations and Plantations


🌠 नक्षत्र (Constellations) और उनके वृक्ष

ज्योतिष के अनुसार चंद्र राशि और नक्षत्रों के अनुसार भी वृक्षारोपण किया जाता है। प्रत्येक नक्षत्र से जुड़ा एक विशेष वृक्ष होता है।

नक्षत्रसंबंधित वृक्ष
अश्विनीपीपल
कृतिकागूलर
रोहिणीजामुन
मृगशिराखदिर (खैर)
पुष्यपीपल
मघाबरगद
अनुराधामौलश्री
शतभिषाकदम
उत्तराभाद्रपदामहूक

(पूरी सूची को ब्लॉग में विस्तार से जोड़ें)

जन्म नक्षत्र के अनुरूप वृक्ष लगाना हमारे जीवन में सकारात्मक प्रभाव और दीर्घकालीन शुभफल प्रदान करता है।


🌱 वृक्षारोपण का शुभ समय (Plantation Timing)

वृक्षारोपण के लिए कुछ विशेष नक्षत्र और समय बहुत शुभ माने जाते हैं:

  • पुष्य, रोहिणी, मृगशिरा, अनुराधा नक्षत्र – अत्यंत शुभ

  • श्रावण मास (जुलाई-अगस्त) – वर्षा ऋतु में रोपे गए वृक्ष लंबे समय तक जीवित रहते हैं।

  • वार अनुसार वृक्ष:

    • रविवार – सूर्य के लिए आक

    • सोमवार – चंद्र के लिए पलाश

    • शनिवार – शनि के लिए शमी


🙏 धार्मिक, आध्यात्मिक और पर्यावरणीय लाभ

  • पुण्य अर्जन: एक वृक्ष लगाने से हजारों गोदान के बराबर पुण्य प्राप्त होता है।

  • ग्रह दोष शांति: संबंधित ग्रहों के वृक्ष लगाकर कुंडली दोषों में राहत मिलती है।

  • पर्यावरण संतुलन: जलवायु परिवर्तन के समाधान हेतु वृक्षारोपण एक सशक्त उपाय है। Planets, Constellations and Plantations


🔚 निष्कर्ष

"Planets, constellations and plantations" का यह संबंध केवल प्रतीकात्मक नहीं है, बल्कि इन तीनों के बीच ऊर्जा का वास्तविक आदान-प्रदान होता है। यदि हम इस ज्ञान को अपनाएं, तो न केवल अपने जीवन को संतुलित कर सकते हैं बल्कि प्रकृति को भी संतुलन में ला सकते हैं।


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गुरु माँ निधि जी श्रीमाली – जोधपुर
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